वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में शिक्षा के स्तर पर चिंता जताते हुए कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता अभी भी बड़ी चुनौती है। जेटली ने बताया कि सरकार प्री नर्सरी से लेकर 12वीं क्लास तक को समग्र रूप से देखना चाहते हैं, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में विकास हो सके। जेटली ने बताया कि ऐसे क्षेत्र जहां आदिवासियों की आबादी 50 प्रतिशत से ज्यादा होगी वहां आदिवासियों के लिए आवासीय एकलव्य स्कूलों की स्थापना की जाएगी। ये स्कूल नवोदय की तर्ज पर आवासीय विद्यालय होंगे।
शिक्षा पर जेटली के बड़े ऐलान:
- 13 लाख से ज्यादा शिक्षकों को ट्रेनिंग दिए जाने का लक्ष्य है।
- इस लक्ष्य की राह में तकनीकी डिजिटल पोर्टल 'दीक्षा' से मदद मिलेगी
- नवोदय विद्यालय की तर्ज पर आदिवासियों के लिए एकलव्य स्कूल खुलेंगे।
- इंस्टिट्यूट्स ऑफ एमिनेंस स्थापित करने की योजना।
- वडोदरा में रेलवे यूनिवर्सिटी स्थापित करने का प्रस्ताव।
- आईआईटी और एनआईटी में 16 नए प्लानिंग ऐंड आर्किटेक्चर स्कूल ऑटोनोमस मोड में स्थापित होंगे।
- नैशनल सोशल असिस्टेंट प्रोग्राम के तहत कई काम किए जा रहे हैं।
- शिक्षकों का भी स्तर सुधारा जाएगा।
- डिजिटल इंटेसिटीसिटी को बढ़ावा दिया जाएगा।
- एकीकृत बीएड कार्यक्रम भी होगा शुरू।