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जम्मू में पाक की बड़ी आतंकी साजिश नाकाम, मिलिट्री स्टेशन की जानकारी भेजने वाले दो गिरफ्तार

समाचार फर्स्ट |

जम्मू में आर्मी स्टेशन (सैन्य कैंप) रतनूचक की जानकारी पाकिस्तान भेजने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सेना ने इस मामले में दो संदिग्धों को पकड़ा है जो वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कर रहे थे। उनसे दो मोबाइल बरामद किए गए हैं। जब इनकी जांच की गई तो उनमें एक दर्जन से ज्यादा नंबर पाकिस्तान के मिले हैं। इसमें से एक नंबर पर वीडियो भेजा जा रहा था। इसमें रतनूचक आर्मी स्टेशन की पूरी जानकारी थी।

मंगलवार शाम को दो युवक रतनूचक इलाके में संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होते देखे गए। इसकी जानकारी मौके पर तैनात जवानों ने अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे सैन्य अधिकारियों ने दोनों युवकों को पकड़ा। वह उस दौरान कुछ वीडियो पाकिस्तान भेज रहे थे। सूत्रों के मुताबिक दोनों से मीरा साहिब के ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर में पूछताछ की जा रही है।

मौके पर पुलिस और अन्य खुफिया एजेंसियां के अधिकारी डटे हुए हैं। इसके साथ ही उनके अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पकड़े गए संदिग्धों की पहचान राजोरी निवासी नईम अख्तर और कठुआ मलार निवासी मुस्ताक अहमद के तौर पर हुई है।

संदिग्धों के पास से मिला नक्शा

सैन्य सूत्रों की माने तो इन दोनों संदिग्धों के पास से भारत और जम्मू का नक्शा मिला है। इन नक्शों पर कई मार्किंग भी की गई है। ऐसे में यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि आतंकी एक बड़ी साजिश को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।   

व्हाट्सएप के जरिए पाक भेजा जा रहा था वीडियो

संदिग्ध युवक व्हाट्सएप मैसेंजर के जरिए पाक में बैठे आतंकियों को मिलिट्री स्टेशन की रेकी करा रहे थे। उन्होंने मिलिट्री स्टेशन के आसपास और कई अन्य घुसपैठ के रास्तों की वीडियो पाकिस्तान भेजी है। जिस वक्त उन्हें पकड़ा गया वह एक वीडियो भेज रहे थे।

बीते साल भी हो चुका है हमला

रतनूचक में सेना की 3 ब्रिगेड ऑफिसर क्वार्टर पोस्ट को आतंकियों ने बीते साल 30 दिसम्बर को निशाना बनाकर फायरिंग की थी। हालांकि, इसमें किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ था। जवाबी कार्रवाई में एक संदिग्ध घायल हुए थे। मगर वह फरार हो गए थे।