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भाजपा की मुश्किल, छलका परमार का दर्द

मृत्युंजय पुरी |

फतेहपुर: बीजेपी इस बार चुनावी समर में फंसती हुई दिख रही है। सीएम जयराम ठाकुर अकेले बीजेपी की चुनावी नैया पार लगाने में लगे हुए हैं। मंडी, अर्की , जुब्बल कोटखाई में बीजेपी जोर आजमाइश कर रही है। जबकि, कांगड़ा में बीजेपी नेता एक दूसरे को ज्ञान देने को लगे हुए हैं।

सीएम सहित बीजेपी आलाकमान ने चेतन बरागटा के अलावा सभी बागियों को मना लिया। लेकिन अंदरूनी तौर पर नाराजगी अब भी बरकरार है। और अब वो नाराजगी सोशल मीडिया पर खुलकर सामने आने लगी है.. बीजेपी संगठन महामंत्री पवन राणा के एक ट्वीट पर कृपाल परमार ने जो लिखा, वो बीजेपी के लिए आने वाली सुनामी के संकेत हैं। पवन राणा ने एक ट्वीट किया, जिसके कई सियासी मायने निकाले जाने लगे। पवन राणा ने लिखा, “भाग्य के दरवाजे पर, सर पीटने से बेहतर है, कर्मों का तूफ़ान पैदा करें, दरवाजे अपने आप खुल जायेंगे !!”।

पवन राणा की ये बात फतेहपुर से बीजेपी के टिकट दावेदार रहे कृपाल परमार को ऐसी चुभी कि उनका दर्द सोशल मीडिया पर छलक पड़ा। उन्होंने पवण राणा के ट्वीट पर लिखा कि आदरणीय पवन राणा जी, 2022 में कर्मों का तूफान पैदा करने वाले सैकड़ों लोग सड़कों पर निकल जाएंगे। समाचार फर्स्ट ने इस प्रतिक्रिया की सच्चाई जानने की कोशिश की..और खुद कृपाल परमार से बातचीत की…कि क्या वाकई उन्होंने पवन राणा के ट्वीट पर इस तरह का जवाब दिया है, तो उन्होंने इस बात को माना कि हां ये उनकी प्रतिक्रिया थी… अब कृपाल परमार के इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा गरमा गई है।

बताया जा रहा है कि कृपाल परमार अंदरूनी तौर पर अभी तक पार्टी से नाराज चल रहे हैं और उनकी चुप्पी भाजपा के लिए सिरदर्द बनी हुई है। बीजेपी के जो नेता इस उपुचनाव में बगावत करने के बजाए शांत हो गए हैं वो भी भीतरघात की फिराक में दिख रहे हैं। जिससे बीजेपी को सेमिफाइनल मुकाबले में बहुत नकुसान होने का अंदेशा बना हुआ है।