पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि कोरोना के कारण रोजगार से महरूम लोगों और गरीब तबके को सरकार हर महीने 5 हजार रुपये आर्थिक सहायता प्रदान करे। यह राशि कोरोना से निपटने तक दी जाए। निर्माण मजदूर, रेहड़ी-फड़ी लगाने वाले, मछली बेचने वाले, ड्राइवर, नाई, मोची, रोज कमाकर खाने वाले लोगों, होटलों के स्टाफ वेटर, कुक, रिसेप्शनिस्ट, सेफ व मनरेगा मजदूर का रोजगार पूरी तरह खत्म हो चुका है। इनके पास वर्तमान में आय का कोई साधन नहीं है।
सरकार तुरंत इनके लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करे। आर्थिक सहायता सीधे बैंक खातों में दी जाए। सुक्खू ने सीएम जयराम ठाकुर से मांग की है कि जिन लोगों ने वाहन खरीदने व अन्य कामों के लिए लोन लिए हैं, उनके लोन का ब्याज सरकार एक साल के लिए माफ करे। क्योंकि रोजगार खत्म होने से लोगों के पास ब्याज की किश्त चुकाने के लिए भी पैसे नहीं हैं।
आपदा के दौरान घर चलाने के लिए पंजीकृत निर्माण मजदूरों को हर महीने वित्तीय मदद दी जाए। बीपीएल परिवारों को भी हर महीने 5000 रुपये दें ताकि वे घर चला सकें। जो दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक, स्ट्रीट वेंडर्स पंजीकृत नहीं हैं, सरकार 5000 आर्थिक सहायता देने के लिए जिलों में डीसी की वेबसाइट के जरिए उनका भी ऑनलाइन पंजीकरण कराए। कोरोना से जंग लड़ने वालों में से कोई संक्रमित होता है तो उसका इलाज खर्च सरकार वहन करे। पानी, बिजली, सीवरेज बिल या अन्य सेवाओं कोई सरचार्ज नहीं लगाया जाए