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‘नेताओं की सिफ़ारिश पर रेड जोन से आए लोग हो रहे होम क्वारंटीन, बात न मानने पर हो रहा ट्रांसफ़र’

एस जम्बाल |

कांग्रेस के पूर्व विधायक ने सरकार और बीजेपी नेताओं पर सवाल उठाएं हैं। राजेश धर्माणई ने कहा कि नादौन एस डी एम के तबादले का असर जिला बिलासपुर प्रशासन पर दिखना शुरु हो गया है। होम या इन्स्टिट्यूशनल क्वारंटीन करने के आदेश भी आदमी का रुतबा और स्त्तासीन नेताओं की सिफारिश के आधार पर किया जा रहा है। कई साधारण लोग जिनमें बुखार के कोई लक्षण नहीं हैं और ग्रीन जोन से आए उन्हें तो संस्थागत क्वारंटीन किया गया। वहीं दूसरी तरफ रेड जोन से लोग नेताओं की सिफारिश से होम क्वारंटीन किए जा रहे हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है.।

नादौन की एस.डी.एम. को इसी संदर्भ में भाजपा नेता की बात न मानने का दंड उसका चंबा तबादला कर दिया, जिसका असर बाकि अधिकारियों पर भी सपष्ट दिखना शुरु हो गया है। बिलासपुर जिला प्रशासन द्वारा रेड जोन से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वारंटीन किया जिसकी वजह से 4 कोरोना संक्रमित लोगों की पहचान हुई, लेकिन अब अधिकारीयों ने भाजपा विधायक की सिफारिश पर रेड जोन से आए 5 लोगों को नैनादेवी जी से निकालकर उनके घर भिजवा दिया। जब एक अधिकारी ने जब इसके लिए मना किया तो घुमारवीं के विधायक ने उक्त अधिकारी को फोन कर दबाव बनाया।

दूसरा पंचायत प्रधानों और सद्स्यों को बार-2 क्वारंटीन सेंटर जाना पड़ता है जिसकी वजह से ये भी संभावित खतरे में आ जाते हैं। इनकी सुरक्षा का भी प्रबंध किया जाए और इनके बीमा भी किए जाए। मुख्यमंत्री से निवेदन है कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास प्रबंधन से बातचीत की जाए और इनके सत्संग भवन जो मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित हैं को संस्थागत क्वारंटीन के लिए उपयोग लाए जाएं। स्कूलों को क्वारंटीन केंद्र बनाने से वहां दाखिला लेने जा रहे छात्रों को संक्रमण का खतरा है। कई स्कूलों में क्वारंटीन किए लोग आधारभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं। पर्यटन निगम के होटल कमरों की कम दरें तय करके इस्तेमाल किये जाएं और जो लोग किराया देकर क्वारंटीन पीरीयड में रहना चाहें उन्हें इसकी इजाजत दी जाए ।