जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने शनिवार को धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र में करीब 20 करोड़ के विकास कार्यों के शिलान्यास किए। उन्होंने धर्मपुर के सिद्धपुर में 10 करोड़ रुपये की लागत से 7.50 हैक्टेयर भूमि पर बनने वाले इन्डो-इजराईल उत्कृष्टता केन्द्र का शिलान्यास किया। इसके अलावा 307.4 लाख रुपये की लागत से बनने वाले मशरूम विकास केन्द्र और 6.36 करोड़ रुपये की लागत से व्यास नदी के तटीकरण तथा विभिन्न जल स्त्रोतों के एकीकरण कार्य का शिलान्यास किया। इस परियोजना से क्षेत्र के लोगों की लगभग 8 हैक्टेयर भूमि का बाढ़ से बचाव होगा।
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने सिद्धपुर में बागवानी विभाग द्वारा आयोजित जागरूकता शिविर में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 6500 करोड़ रुपये के महत्वाकांक्षी शिवा प्रोजेक्ट से मैदानी क्षेत्र के बागवानों को लाभ मिलेगा। इसमें सौर उर्जा बाड़बन्दी, सिंचाई सुविधा, भंडारण, विपणन इत्यादि की सभी सुविधाएं बागवानों व किसानों को प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि दबरोट मे पायलट प्रोजेक्ट के तहत 14 हैकटयर के कलस्टर में 2500 अमरूद के पौधे लगाए गए हैं तथा यहां पर और पौधे भी लगाये जा रहे हैं।
परियोजना के तहत जिला मंडी में प्रथम चरण मे 6 कलस्टर पर काम चल रहा है। जिसके तहत धर्मपुर में 4, गोपालपुर और सुन्दरनगर में 1-1 कल्सटर बनेंगें। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा इस प्रोजेक्ट के तहत किसानों को उन्नत किस्म के फलदार पौधे कम कीमत पर दिए जाएंगे, खेतों की मुफ्त बाडबंदी करवाई जाएगी। किसान पौधें की देखभाल स्वयं सुनिश्चित करें। किसानों को सरकार द्वारा मार्केटिंग व विपणन सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि खुम्ब उत्पादन से भी किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि इससे स्वरोजगार उपलब्ध होगा।
उन्होनें जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल हर घर जल पर कार्य शुरू कर चुकी है तथा आने वाले तीन वर्षों मे इस मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश के हर घर को शुद्ध जल से जोड़ दिया जाएगा। जल शक्ति मंत्री ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुये कहा कि उनके सहयोग से पिछले दो वर्षों मे जो धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्य शुरू हुये हैं उन कार्यों की वजह से धर्मपुर क्षेत्र प्रदेश का एक आदर्श क्षेत्र बनने की ओर अग्रसर है।