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भारत का पहला मैच द. अफ्रीका से आज, इंग्लैंड में उसके खिलाफ 20 साल से नहीं हारी टीम इंडिया

समाचार फर्स्ट डेस्क |

टीम इंडिया बुधवार से वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरुआत करेगी। उसका पहला मुकाबला साउथैम्पटन के रोज बाउल स्टेडियम पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होगा। इंग्लैंड के मैदान पर दोनों के बीच यह चौथा वनडे खेला जाएगा। इससे पहले हुए 3 वनडे में से 2 को टीम इंडिया जीतने में सफल रही है।

इंग्लैंड के मैदान पर दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी बार भारत के खिलाफ 15 मई 1999 को जीत हासिल की थी। होव के मैदान पर हुए उस मुकाबले में उसने भारत को 16 रन से हराया था। उसके बाद हुए दोनों मैच टीम इंडिया ने जीते हैं। 2012 के बाद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका को आईसीसी के 5 अलग-अलग इवेंट में हराया है। ये इवेंट हैं, 2012 और 2014 टी-20 वर्ल्ड कप, 2013 और 2017 चैम्पियंस ट्रॉफी और 2015 वर्ल्ड कप।

पिछले 10 वनडे में भारत का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सक्सेस रेट 70%

ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो दोनों टीमों के बीच अब तक 83 वनडे खेले गए हैं। इनमें से भारत ने 34 और दक्षिण अफ्रीका ने 46 जीते हैं। तीन वनडे का नतीजा नहीं निकला। हालांकि, पिछले 10 वनडे में से टीम इंडिया 7 में जीत हासिल करने में सफल रही है।

न्यूट्रल ग्राउंड्स पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 12 साल से नहीं हारी टीम इंडिया

न्यूट्रल ग्राउंड्स पर भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 21 में से 9 वनडे जीते हैं, जबकि 11 में उसे हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया न्यूट्रल ग्राउंड्स पर आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका से 2007 में हारी थी। उसके बाद से उसने ऐसे मैदानों पर 5 वनडे खेले और सभी में जीत हासिल की।

डेथ ओवर्स में बुमराह नंबर वन

जसप्रीत बुमराह का यह 50वां वनडे है। उन्होंने 23 जनवरी 2016 को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था। उसके बाद से उन्होंने डेथ ओवर्स में 44 विकेट लिए हैं। बुमराह के डेब्यू के बाद से कोई भी गेंदबाज डेथ ओवर्स में इतने विकेट नहीं ले पाया है।

पिच का मिजाज : साउथैम्पटन के एजेस बाउल स्टेडियम की पिच पर हरी घास नहीं है। यह बल्लेबाजी के लिए अनुकूल है। टॉस जीतने वाली टीम बल्लेबाजी चुन सकती है। मौसम विभाग ने अपनी भविष्यवाणी में बादल छाए रहने और बूंदा-बांदी के संकेत दिए हैं।

टीम इंडिया की ताकत

विराट कोहली : इस वर्ल्ड कप में जितने भी खिलाड़ी खेल रहे हैं। उनमें विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी के अलावा क्रिस गेल ही ऐसे हैं, जिनके वनडे इंटरनेशनल में 10 हजार से ज्यादा रन हैं। विराट के 10843, धोनी के 10500 और गेल के 10201 वनडे रन हैं। विराट वनडे में 41 शतक लगा चुके हैं। इनमें से 14 उन्होंने पिछले 2 साल में लगाए हैं।

महेंद्र सिंह धोनी : धोनी के नाम 341 वनडे हैं। वे मैच फिनिशर होने के साथ-साथ डीआरएस स्पेशलिस्ट हैं। वे अब तक 134 वनडे में नॉटआउट रहे हैं। इनमें से 109 वनडे में टीम जीत हासिल करने में सफल रही है। आंकड़े बताते हैं कि जब तक वे क्रीज पर रहते हैं, भारत के जीतने की उम्मीद बनी रहती है।

भारत की कमजोरी

शुरुआती विकेट गिरने के बाद टीम का बिखर जाना : टीम इंडिया की लय काफी कुछ उसके शुरुआती 3 बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर निर्भर करती है। पिछले 2 साल में उसने 59 वनडे खेले। इनमें से उसने 41 जीते, जबकि 15 में उसे हार का सामना करना पड़ा। 59 में से 19 वनडे ऐसे रहे जिसमें उसके सिर्फ 3 विकेट गिरे। इसमें उसने 18 में जीत हासिल की। आंकड़ों से साफ है कि अगर शुरू के तीनों बल्लेबाज अच्छा स्कोर बनाने में असफल रहते हैं तो टीम इंडिया की जीत की राह मुश्किल हो जाती है।

दक्षिण अफ्रीका की ताकत

क्विंटन डीकॉक : दक्षिण अफ्रीका का यह ओपनर अपनी टीम को तेज शुरुआत देने में सक्षम है। उन्होंने इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड के खिलाफ 68 और बांग्लादेश के खिलाफ 23 रन की पारी खेली थी। डीकॉक ने पिछले 10 वनडे में 56 के औसत से 560 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 106.06 का रहा है।

इमरान ताहिर : वर्ल्ड कप के पहले मैच के पहले ही ओवर में इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो को आउट करने वाले लेग स्पिनर इमरान ताहिर टीम के मैच विनर खिलाड़ी हैं। वे इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ 2-2 विकेट ले चुके हैं। ताहिर ने पिछले एक साल में 15 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 21.92 के गेंदबाजी औसत से 27 विकेट लिए हैं।
 
दक्षिण अफ्रीका की कमजोरी

स्टेन, एंगिडी और अमला का चोटिल होना : टीम के 3 खिलाड़ी डेल स्टेन, लुंगी एंगिडी और हाशिम अमला चोटिल हैं। स्टेन तो वर्ल्ड कप से ही बाहर हो चुके हैं। उनकी जगह ब्यूरेन हैंड्रिक्स को बुलाया गया है। एंगिडी को इंग्लैंड के खिलाफ चोट लगी थी। वे भी 2 हफ्ते के लिए टीम से बाहर हैं। भारत के खिलाफ अमला का भी खेलना संदिग्ध है। ये तीनों ही मैच विनर खिलाड़ी हैं। इनकी गैरमौजूदगी दक्षिण अफ्रीका को कमजोर करेगी।

दोनों टीमें:

भारत : विराट कोहली (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, भुवनेश्वर कुमार, हार्दिक पांड्या, लोकेश राहुल, मोहम्मद शमी, विजय शंकर, रोहित शर्मा, कुलदीप यादव।

दक्षिण अफ्रीका : फाफ डुप्लेसिस (कप्तान), हाशिम अमला, क्विंटन डीकॉक (विकेटकीपर), रसी वान डर डुसेन, जेपी डुमिनी, डेविड मिलर, एंडिले फेहलुकवायो, ड्वाइन प्रीटोरियस, कगिसो रबाडा, लुंगी एंगिडी, इमरान ताहिर, एडेन मार्कराम, तबरेज शम्सी, क्रिस मॉरिस।