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इंंडोर स्टेडियम की कमी के कारण खिलाडियों को हो रही परेशानी: जागीर सिंह रंधावा

जसबीर कुमार |

बालीबाल में अर्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जागीर सिंह रंधावा ने वर्तमान में खिलाडियों को मिल रही सुविधाओं पर प्रश्नचिन्ह लगाया है. हमीरपुर पहुंचे जागीर सिंह रंधावा ने हिमाचल में इंडोर स्टेडियम की कमी से लेकर खिलाडियों की डाईट को लेकर सवाल उठाए है.

 

 

साथ ही केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलकर इस बावत जल्द कदम उठाने के लिए आग्रह किया है. बता दें कि हमीरपुर जिला के बेला गांव के जागीर सिंह रंधावा हि प्र. बालीबाल के सचिव होनेे के साथ साथ राष्ट्रीय बालीबाल टीम का चीफ सेक्रेटरी भी है.

 

 

रंधावा ने राष्ट्रीय बालीबाल प्रतियोगिता में 18 बार प्रतिनिधित्व करने के चलते 13 गोल्ड मेडल बालीबाल प्रतियोगिता में हासिल करने का रिकार्ड कायम किया है. तो छह साल भारत की बालीबाल टीम का प्रतिनिधित्व किया है. बीएसएफ से बतौर कमांडेट रिटायर्ड होने के बाद भी जागीर सिंह रंधावा खिलाडियों को तराशने में लगे है.

 

बातचीत में अर्तराष्ट्रीय कोच एवं नेशनल बालीबाल खिलाडी रहे जागीर सिंह रंधावा ने बताया कि राष्ट्रीय बालीबाल प्रतियोगिता में 18 बार प्रतिनिधित्व करने के चलते 13 गोल्ड मेडल बालीबाल प्रतियोगिता में हासिल करने का रिकार्ड कायम किया है. तो छह साल भारत की बालीबाल टीम का प्रतिनिधित्व किया है.

 

 

उन्होंने कहा कि बालीबाल को सरकारों ने आगे उठाने के लिए काम किया है. लेकिन इस समय में बालीबाल की ओर खासा फोक्स करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री धूमल की सरकार के समय में हिमाचल में बालीबाल को आगे ले जाने के लिए काम किया गया था. लेकिन अब इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.

 

रंधावा ने बताया कि हिमाचल में सुविधाओं की कमी है और इंडोर हाल न होने से बालीबाल खेलों का भविष्य आगे नहीं बढ पा रहा है तो साथ ही डाइट  का प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोच को लेकर भी गंभीरता नहीं है और इसके चलते केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से भी कोच की गुणवता को लेकर बात की है ताकि खेलों में अच्छे परिणाम सामने आ सके.

 

 

रंधावा ने बताया कि बालीबाल प्रतियोगिता में छोटा कद होना हिमाचल में समस्या बन रही है और छोटा कद के चलते प्रदेश के बाहर प्रदर्शन अच्छा नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे खिलाडियों को तराशने की जरूरत है जिनमें खेलने की जिज्ञासा हो.

 

जागीर सिंह रंधावा ने कहा कि युवाओं को चाहिए कि युवा वस्था में खेलना जरूरी है और खिलाडी बनकर अपने प्रदेश का नाम रोशन करेंगे. उन्होंने कहा कि अच्छे खिलाडी को हर कोई जानता है और अच्छे खिलाडी के लिए रास्ते हमेशा खुले रहते है और रोजगार भी मिलता है.